आईपीआर

परिचय

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान दुर्गापुर (एनआईटीडी) एक राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है, जो वर्षों से शिक्षण और शोध में उत्कृष्टता के प्रति समर्पित है। शोध एवं शिक्षा, ज्ञान के आदान-प्रदान एवं प्रसार में उत्कृष्टता एनआईटीडी की बौद्धिक संपदा है, जिसे समाज के लाभ के लिए सुरक्षित, विकसित, स्थानांतरित एवं उसका वाणिज्यिकरण करने की आवश्यकता है। हमारे देश को इस तरह के आईपी के व्यावसायिक शोषण के कारण सामाजिक-आर्थिक रूप से बहुत लाभ होगा। इसलिए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान दुर्गापुर वाणिज्यिक उपयोग के लिए संभावित संगठनों में पेटेंटिंग एवं अनुवर्ती प्रौद्योगिकी के जरिए ऐसे आविष्कारों की स्वीकृति, सुरक्षा एवं उपयोगिता को प्रोत्साहित करता है। इससे संस्थान को आर्थिक लाभ मिलने की उम्मीद है, जिससे अनुसंधान गतिविधियों के लिए वित्तीय सहायता का आधार मजबूत होगा और आविष्कारकों को आर्थिक प्रोत्साहन मिलेगा। यह अंततः अनुसंधान और नवाचारों के लिए जुनून को बढ़ाएगा और नवाचार में देश के विकास प्रक्षेप पथ को बनाए रखने और ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (जीआईआई) में भारत की रैंकिंग को सुधारने में योगदान देगा। इस दस्तावेज में दी गई नीति से नवाचारों के लिए निरंतर प्रोत्साहन और अन्वेषकों की सराहना के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता को पूरा करने की उम्मीद है। यह संस्थान को इसमें शामिल जनता, संस्थान और रचनाकारों / अन्वेषकों के लिए सबसे बड़े संभावित लाभ के लिए ऐसी विकसित बौद्धिक संपदा का लाभकारी उपयोग करने में सक्षम बनाएगा।