देश के औद्योगिक विकास के लिए तकनीकी नवाचार में सर्वोच्च मानक और नेतृत्व की सार्थक शिक्षा, मूल अनुसंधान के जरिए भारत की भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रायोजित अनुसंधान और परामर्श को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एनआईटी दुर्गापुर के शासी परिषद द्वारा एक प्रकोष्ठ बनाया गया है। यह औपचारिक स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों को प्रस्तुत करने के अलावा, संस्थान संस्थान के अनुसंधान प्रारूप को मजबूत करने के लिए अपने संकाय को प्रायोजित अनुसंधान और परामर्शी परियोजनाएं शुरू करने के लिए सक्रिय रूप से प्रोत्साहित करता है। संस्थान की प्रायोजित अनुसंधान गतिविधि स्पॉन्सर्ड रिसर्च एंड कंसलटेंसी सेल (एसआरसीसी) के माध्यम से प्रशासित की जाती है। यह प्रकोष्ठ प्रायोजित अनुसंधान, औद्योगिक परामर्श, परीक्षण और प्रमाणन और सतत शिक्षा के प्रशासनिक और वित्तीय पहलुओं को संभावता है। एसआरसीसी संस्थान के बाहरी प्रायोजकों, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों, के साथ संवाद करने में संस्थान के संकाय सदस्यों को सहायता प्रदान करने और परियोजना के पुरस्कार-पूर्व एवं पुरस्कार पश्चात के चरण का रखरखाव करने के लिए एक सुविधा केंद्र के रूप में कार्य करता है। यह संस्थान-उद्योग संवाद तथा सभी बाहरी वित्त पोषित अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं के साथ-साथ पेटेंट को भी बढ़ावा देता है। सभी औद्योगिक परामर्शी परियोजनाओं को एसआरसीसी प्रकोष्ठ के साथ पंजीकृत किया जाना है। यह प्रकोष्ठ प्रायोजित परियोजनाओं को शुरू करने के लिए संस्थान और वित्त पोषण एजेंसी के बीच संपर्क का काम करता है। एसआरसीसी में एसआरसीसी नियमों के तहत शामिल सभी प्रायोजित अनुसंधान, औद्योगिक परामर्श और संबंधित मामलों के प्रशासन के संबंध में कुल स्वायत्तता होगी। एसआरसीसी का नेतृत्व डीन (आर एंड सी) करते हैं और इसमें एसोसिएट डीन (आर एंड सी), असिस्टेंट रजिस्ट्रार (एसआर एंड सी) और मिनिस्ट्रियल एंड सपोर्टिंग स्टाफ के सदस्य और मार्गदर्शन के लिए एक सलाहकार समिति भी शामिल होगी। डीन (आर एंड सी) सभी एसआरसीसी संबंधित विषयों पर सीधे निदेशक को रिपोर्ट करेंगे।
विवरण दिशानिर्देशक्रम सं. | नाम | विभाग |
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1 | प्रो. अपूर्व दे | बायोटेक्नोलॉजी |
2 | प्रो. पी. पाल | केमिकल इंजीनियरिंग |
क्रम सं. | नाम | विभाग |
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1 | डॉ. सी. कोली | इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग |
2 | डॉ. डी. मंडल | इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग |